- Date : 16/01/2018
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आप कुछ वित्तीय संकल्प करें जिससे आपका नया साल खुशनुमा और वित्तीय तौर पर अच्छा रहे

नीलसन की 2016 की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में नौकरी करने वाली और वित्तीय फैसले खुद लेने वाली महिलाओं की संख्या साल 2013 के 37 फीसदी से बढ़कर साल 2015 में 52 फीसदी रही। अगर आप इन महिलाओं में से एक हैं तो अपने आप को शाबाशी दें। लेकिन, अगर नहीं हैं तो आपके लिए अपनी वित्तीय हालत को संभालना काफी अहम है चाहे आप नौकरी करती हों या फिर गृहणी हों।
इस नए साल आप खुद से वादा करें; चाहे वो अपने आप वित्तीय हालत को संभालना हो या फिर पर्सनल फाइनेंस का अपना ज्ञान बढ़ाना हो ताकि आप बेहतर फैसले ले पाएं। हम आपको कुछ वित्तीय संकल्प बता रहे हैं, जिन्हें आप अपना सकती हैं:
- मैं वित्तीय तौर अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित बनाऊंगी
आप शायद हर साल वजन कम करने का संकल्प करती होंगी, लेकिन अपनी स्वास्थ्य को सुरक्षित बनाने के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं? कब जिंदगी आपके सामने मुश्किल खड़ी कर देगी ये कहा नहीं जा सकता। स्वास्थ्य बीमा प्लान लेने से आपको कैशलेस और बेहतर इलाज का फायदा मिलेगा जिससे आपको पैसों की कमी की वजह से अपनी सेहत को नजरअंदाज नहीं करना पड़ेगा।
अपनी चिकित्सीय जरूरतों के मुताबिक स्वास्थ्य बीमा प्लान का चुनाव करें। महिलाओं से संबंधित बीमारियों जैसे सर्विकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, आदि और मातृत्व से जुड़े खर्चों को कवर करने वाला स्वास्थ्य बीमा प्लान लेना बेहतर रहेगा।
- मैं वित्तीय तौर पर अपनी जिंदगी को सुरक्षित बनाऊंगी
ये शोध और अध्ययनों से साबित हो चुका है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का जीवनकाल ज्यादा लंबा होता है। इससे आपके जीवन बीमा लेना और ज्यादा जरूरी हो जाता है, चाहे आप नौकरी करती हों या फिर गृहणी हों। अगर आपको पता नहीं है कि आपके लिए कितना सम अशोयर्ड योग्य है, तो चिंता न करें। जीवन बीमा कैलकुलेटर की मदद से आप मिनटों में इसका पता लगा सकती हैं।
कई बीमा कंपनियां जीवन बीमा खरीदने वाली महिलाओं को विशिष्ट फायदे मुहैया कराती है – 40 साल की उम्र तक छूट, प्रीमियम पर छूट, आदि। गृहणियों के लिए विशिष्ट जीवन बीमा प्लान भी हैं जिसके तहत कई परिस्थितिओं को कवर किया जाता है जैसे पति की मृत्यु, विकलांगता, गंभीर बीमारी, आदि।
- मैं लंबी अवधि के लिए बचत करूंगी
छुट्टियों के लिए पैसे बचाते-बचाते आप अपने बच्चों की शिक्षा के लिए बचत करना भूल सकती हैं और भविष्य में आपको पश्चात्ताप करना पड़ सकता है। इसलिए, अपने लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों के लिए अलग से निवेश करें – जैसे घर खरीदना, अपनी शादी के लिए बचत या फिर रिटायरमेंट। निवेशक के तौर पर पैसों का प्रबंधन करने के बारे में आप जानकारी इकट्ठी कर सकती हैं या फिर किसी विशेषज्ञ से सलाह ले सकती हैं।
लंबी अवधि के लिए बचत और निवेश करने से समय के साथ आपकी संपत्ति में इजाफा होगा। अगर आप निवेश बनाए रखती हैं, तो आपको आश्चर्य होगा कि आपको कितना रिटर्न मिल सकता है।
इसे बेहतर तरीके से समझने के लिए एक उदाहण लेते हैं। मान लीजिए की आपने 1,00,000 रुपये किसी निवेश विकल्प में लगाएं हैं जिसमें सालाना 10 फीसदी ब्याज मिलता है। पांच साल के बाद आपका निवेश बढ़कर 1,64,530 रुपये हो जाएगा। अगर आप निवेश को और पांच साल के लिए कायम रखती हैं तो ये बढ़कर 2,70,704 रुपये हो जाएगा। इसे पावर ऑफ कंपाऊंडिंग कहते हैं क्योंकि आपकी शुरुआती पूंजी कमाए हुए ब्याज के साथ फिर से निवेश हो रही है।
- मैं अपने सारे कर्ज चुका दूंगी
कर्ज आपकी वित्तीय हालत पर बोझ बन सकता है और इसका बचत पर भी काफी असर पड़ सकता है। अगर आप समय से किश्त नहीं चुका पाएं हो तो आपको और ब्याज देना होगा और साथ ही आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होगा।
इसलिए अनुशासन से काम लीजिए और ज्यादा ब्याज दर वाले सभी कर्ज चुका दीजिए जिसमें क्रेडिट कार्ड कर्ज, लोन, आदि शामिल हैं। इससे अगले साल में आप पर कर्ज का बोझ कम होगा।
- मैं अपनी रिटायरमेंट के लिए योजना बनाऊंगी
अगर आप युवा हैं और रिटायरमेंट काफी दूर है, तो आप रिटायरमेंट के लिए योजना बनाने को प्राथमिकता नहीं देंगी। आपको ध्यान रखना चाहिए कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए रिटायरमेंट के बाद आपको काफी पूंजी की जरूरत पड़ेगी। जब आपको अहसास होगा कि आपको रिटायरमेंट के लिए बचत करनी है तब तक काफी देर हो चुकी होगी और आपको ये महंगा भी पड़ेगा। इससे बचने के लिए आप आसाना रिटायरमेंट कैलकुलेटर इस्तेमाल कर सकते हैं और जान सकते हैं कि आपको सुखकर रिटायरमेंट के लिए कितनी बचत करने की जरूरत है।
चिंता मुक्त और सुखकर रिटायरमेंट के लिए जल्दी योजना बनाना और निवेश शुरू करना जरूरी है। आजकल रिटायरमेंट के लिए बचत और निवेश करने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, जैसे नेशनल पेंशन स्कीम, यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप), सिनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (एससीएसएस), पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (पीओएमआईएस), आदि।
निष्कर्ष:
नए साल का मतलब है सुखमय जीवन के लिए आशा करना और सपने सजाना। लेकिन, इन सपनों को पूरा करने के लिए जरूरी है कि आप वित्तीय संकल्पों को गंभीरता से लें और उनपर अमल करें।
नया साल आपके लिए वित्तीय तौर पर सुखद रहे!