फाइनेंशियल प्लानिंग से बचने के महिलाओं के 4 बहाने

महिलाओं को एक साथ कई काम संभालने में माहिर समझा जाता है। तो, फिर फाइनेंशियल प्लानिंग करने में महिलाएं पीछे क्यों रहती है?

फाइनेंशियल प्लानिंग से बचने के महिलाओं के 4 बहाने

आप अपने सारे बिल वक्त पर चुकाती हैं, खरीदारी के वक्त मोल-भाव में पीछे नहीं रहतीं, अपनी जेब पर नियंत्रण रखती हैं और खर्चों पर आपकी बराबर नजर बनी रहती है। क्या ये सब वित्तीय बातों को लेकर जागरुक व्यक्ति की ओर इशारा नहीं करतीं? लेकिन, जब बात फाइनेंशियल प्लानिंग की आती है, तो आप अपने वित्तीय हालात को प्राथमिकता न देने की भूल कर बैठती हैं।

चलिए कुछ उन बहानों पर नजर डालते हैं, जो महिलाएं आमतौर पर अपने वित्तीय भविष्य के लिए कदम न उठाने के लिए दलील की तरह इस्तेमाल करती हैं।

पहला बहाना: “मुझे पर्सनल फाइनेंस के बारे में जानकारी नहीं है”

दुनियाभर में महिलाएं हर रोज अपने चुने हुए पेशों में, चाहे दिग्गज डॉक्टर, बुद्धिमान मैनेजर या फिर शांतचित्त गृहिणी, कुशलता और आत्मविश्वास का प्रदर्शन करती हैं। लेकिन, जब बात पर्सनल फाइनेंस की आती है, तो उनका आत्मविश्वास कम हो जाता है।

अगर आप फाइनेंशियल प्लानिंग में नौसीखिया हैं तो आपको नियमित तौर पर अपने वित्तीय विवरण पर नजर रखनी होगी, ताकि आपको पता रहे कि आपकी वित्तीय हालत कैसी है। जैसे-जैसे आपकी समझ बढ़ेगी आप पर्सनल फाइनेंस समाचार लेख और ब्लॉग को पढ़कर और जानकारी हासिल कर सकते हैं।

आप किसी भरोसेमंद व्यक्ति से भी मदद ले सकते हैं, जो आपका वित्तीय सलाहकार भी बन सकता है जैसे – पति, परिवार का सदस्य, मित्र, सहकर्मी, आदि। ये लोग आपको वित्तीय बातों को आसान शब्दों में समझा सकते हैं। जब आपको मूल बातें समझ आ जाएंगी, तब आपको फाइनेंशियल प्लानिंग मुश्किल का काम नहीं लगेगा।

दूसरा बहाना: “मेरी आय ज्यादा नहीं है। इसलिए मेरे पति या परिवार निवेश की जिम्मेदारी संभालते हैं”

सिर्फ पैसों की बचत करके आप संपत्ति इकट्ठी नहीं कर सकते हैं। पैसों को निवेश करना भी उतना ही जरूरी है। साथ ही, ये ठीक नहीं है कि निवेश करने की पूरी जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति के कंधों पर डाल दी जाए। इस काम में आपके शामिल होने से दूसरे लोगों को सुविधा होगी।

निवेश करने का ये मतलब नहीं है कि आपको बड़ी रकम लगानी होगी। आप छोटी राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं, निवेश पर नजर बनाए रखें और इसके आधार पर उन निवेश विकल्पों में पैसा लगाएं जो आपके लक्ष्य के मुताबिक वित्तीय सुरक्षा और रिटर्न दे पाएंगे। ये ध्यान रखना जरूरी है कि आपका किया गया निवेश भविष्य में संपत्ति जमा करने की गुंजाइश रखता हो।

लेकिन निवेश करने से पहले, बाजार में मौजूद निवेश विकल्पों के बारे में जानकारी हासिल करें। इसके लिए आप किसी की सहायता भी ले सकते हैं। आपके द्वारा चुना गया व्यक्ति आपके लिए सबसे योग्य निवेश विकल्प के चुनाव में मदद कर सकता है।

आमतौर पर महिलाएं कम वक्त के लिए नौकरी करती हैं, लेकिन ज्यादा लंबा जीती हैं। इसलिए, एक महिला होने के तौर पर आपके लिए रिटायरमेंट प्लानिंग के वक्त खास जरूरतों का ख्याल रखना अहम हो जाता है।

तीसरा बहाना: “क्या अगर मैं गलत निवेश विकल्प का चुनाव करती हूं? क्या फिर मैं अपनी कम आय के बावजूद आगे निवेश जारी रख पाऊंगी?”

आजतक कोई पानी में उतरे बिना तैरना नहीं सीख पाया है। अपने फैसलों का बहुत ज्यादा विश्लेषण करने से आप चिंता और घबराहट की शिकार हो जाएंगी। ध्यान रखें कि ये अहम है कि आप अपने वित्तीय भविष्य की जिम्मेदारी खुद उठाएं।

अगर आप सही निवेश विकल्प के चुनाव को लेकर चिंता में हैं, तो याद रखिए कि ऐसी कोई वित्तीय रणनीति नहीं है जो सभी के लिए योग्य हो। सही और जरूरी जानकारी जुटाएं ताकि आपकी हिचकिचाहट कम हो जाए और आप निवेश करने से डरें नहीं।

चौथा बहाना: “अपनी नौकरी, परिवारिक समस्याएं और बच्चों की जिम्मेदारी उठाते-उठाते मेरे पास वित्तीय मामलों के लिए वक्त ही नहीं बचता”

ये सही है कि आपको दिन के चौबीस घंटे भी कम पड़ते होंगे। शुरुआत में, फाइनेंशिल प्लानिंग के लिए आपका वक्त और मेहनत दोनों की जरूरत होगी। आप आसान कामों से शुरुआत कर सकती हैं, जैसे बैंक खाता खोलना, टैक्स भरना, आदि। आगे चलकर आप म्युचुअल फंड, शेयर, स्कीम, आदि जैसे वित्तीय विकल्पों के बारे में जानकारी हासिल करना शुरू कर सकती हैं। एक बार आप ऐसा शुरू कर देंगी, फिर आपको वित्तीय मामलों पर बहुत ज्यादा वक्त नहीं खर्च करना पड़ेगा।

आजकल ऐसे कई एप्प उपलब्ध हैं, जो आपको वित्तीय जानकारी मुहैया कराते हैं। इससे आप यात्रा करते वक्त भी वित्तीय मामलों पर नजर रख सकती हैं।

अभी थोड़ी मेहनत करने से आपमें आत्मविश्वास और स्वावलंबन बढ़ेगा और इससे आप खुद ही वित्तीय फैसले ले पाएंगी, खासतौर पर आपात परिस्थितियों में।

निष्कर्ष में

जैसे-जैसे महिलाओं का लक्ष्य निर्धारित करने में और निवेश विकल्पों के चुनाव में रुचि बढ़ रही है, वैसे-वैसे लोगों के पूर्वग्रह भी कम होते जा रहे हैं। आप पैसों को अपने लक्ष्यों को हासिल करने और भविष्य को सुरक्षित करने का एक जरिया समझिए। ऐसा करने से आप वो जिंदगी जी पाएंगी जिसका आपने सपना देखा था।

आप अपने सारे बिल वक्त पर चुकाती हैं, खरीदारी के वक्त मोल-भाव में पीछे नहीं रहतीं, अपनी जेब पर नियंत्रण रखती हैं और खर्चों पर आपकी बराबर नजर बनी रहती है। क्या ये सब वित्तीय बातों को लेकर जागरुक व्यक्ति की ओर इशारा नहीं करतीं? लेकिन, जब बात फाइनेंशियल प्लानिंग की आती है, तो आप अपने वित्तीय हालात को प्राथमिकता न देने की भूल कर बैठती हैं।

चलिए कुछ उन बहानों पर नजर डालते हैं, जो महिलाएं आमतौर पर अपने वित्तीय भविष्य के लिए कदम न उठाने के लिए दलील की तरह इस्तेमाल करती हैं।

पहला बहाना: “मुझे पर्सनल फाइनेंस के बारे में जानकारी नहीं है”

दुनियाभर में महिलाएं हर रोज अपने चुने हुए पेशों में, चाहे दिग्गज डॉक्टर, बुद्धिमान मैनेजर या फिर शांतचित्त गृहिणी, कुशलता और आत्मविश्वास का प्रदर्शन करती हैं। लेकिन, जब बात पर्सनल फाइनेंस की आती है, तो उनका आत्मविश्वास कम हो जाता है।

अगर आप फाइनेंशियल प्लानिंग में नौसीखिया हैं तो आपको नियमित तौर पर अपने वित्तीय विवरण पर नजर रखनी होगी, ताकि आपको पता रहे कि आपकी वित्तीय हालत कैसी है। जैसे-जैसे आपकी समझ बढ़ेगी आप पर्सनल फाइनेंस समाचार लेख और ब्लॉग को पढ़कर और जानकारी हासिल कर सकते हैं।

आप किसी भरोसेमंद व्यक्ति से भी मदद ले सकते हैं, जो आपका वित्तीय सलाहकार भी बन सकता है जैसे – पति, परिवार का सदस्य, मित्र, सहकर्मी, आदि। ये लोग आपको वित्तीय बातों को आसान शब्दों में समझा सकते हैं। जब आपको मूल बातें समझ आ जाएंगी, तब आपको फाइनेंशियल प्लानिंग मुश्किल का काम नहीं लगेगा।

दूसरा बहाना: “मेरी आय ज्यादा नहीं है। इसलिए मेरे पति या परिवार निवेश की जिम्मेदारी संभालते हैं”

सिर्फ पैसों की बचत करके आप संपत्ति इकट्ठी नहीं कर सकते हैं। पैसों को निवेश करना भी उतना ही जरूरी है। साथ ही, ये ठीक नहीं है कि निवेश करने की पूरी जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति के कंधों पर डाल दी जाए। इस काम में आपके शामिल होने से दूसरे लोगों को सुविधा होगी।

निवेश करने का ये मतलब नहीं है कि आपको बड़ी रकम लगानी होगी। आप छोटी राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं, निवेश पर नजर बनाए रखें और इसके आधार पर उन निवेश विकल्पों में पैसा लगाएं जो आपके लक्ष्य के मुताबिक वित्तीय सुरक्षा और रिटर्न दे पाएंगे। ये ध्यान रखना जरूरी है कि आपका किया गया निवेश भविष्य में संपत्ति जमा करने की गुंजाइश रखता हो।

लेकिन निवेश करने से पहले, बाजार में मौजूद निवेश विकल्पों के बारे में जानकारी हासिल करें। इसके लिए आप किसी की सहायता भी ले सकते हैं। आपके द्वारा चुना गया व्यक्ति आपके लिए सबसे योग्य निवेश विकल्प के चुनाव में मदद कर सकता है।

आमतौर पर महिलाएं कम वक्त के लिए नौकरी करती हैं, लेकिन ज्यादा लंबा जीती हैं। इसलिए, एक महिला होने के तौर पर आपके लिए रिटायरमेंट प्लानिंग के वक्त खास जरूरतों का ख्याल रखना अहम हो जाता है।

तीसरा बहाना: “क्या अगर मैं गलत निवेश विकल्प का चुनाव करती हूं? क्या फिर मैं अपनी कम आय के बावजूद आगे निवेश जारी रख पाऊंगी?”

आजतक कोई पानी में उतरे बिना तैरना नहीं सीख पाया है। अपने फैसलों का बहुत ज्यादा विश्लेषण करने से आप चिंता और घबराहट की शिकार हो जाएंगी। ध्यान रखें कि ये अहम है कि आप अपने वित्तीय भविष्य की जिम्मेदारी खुद उठाएं।

अगर आप सही निवेश विकल्प के चुनाव को लेकर चिंता में हैं, तो याद रखिए कि ऐसी कोई वित्तीय रणनीति नहीं है जो सभी के लिए योग्य हो। सही और जरूरी जानकारी जुटाएं ताकि आपकी हिचकिचाहट कम हो जाए और आप निवेश करने से डरें नहीं।

चौथा बहाना: “अपनी नौकरी, परिवारिक समस्याएं और बच्चों की जिम्मेदारी उठाते-उठाते मेरे पास वित्तीय मामलों के लिए वक्त ही नहीं बचता”

ये सही है कि आपको दिन के चौबीस घंटे भी कम पड़ते होंगे। शुरुआत में, फाइनेंशिल प्लानिंग के लिए आपका वक्त और मेहनत दोनों की जरूरत होगी। आप आसान कामों से शुरुआत कर सकती हैं, जैसे बैंक खाता खोलना, टैक्स भरना, आदि। आगे चलकर आप म्युचुअल फंड, शेयर, स्कीम, आदि जैसे वित्तीय विकल्पों के बारे में जानकारी हासिल करना शुरू कर सकती हैं। एक बार आप ऐसा शुरू कर देंगी, फिर आपको वित्तीय मामलों पर बहुत ज्यादा वक्त नहीं खर्च करना पड़ेगा।

आजकल ऐसे कई एप्प उपलब्ध हैं, जो आपको वित्तीय जानकारी मुहैया कराते हैं। इससे आप यात्रा करते वक्त भी वित्तीय मामलों पर नजर रख सकती हैं।

अभी थोड़ी मेहनत करने से आपमें आत्मविश्वास और स्वावलंबन बढ़ेगा और इससे आप खुद ही वित्तीय फैसले ले पाएंगी, खासतौर पर आपात परिस्थितियों में।

निष्कर्ष में

जैसे-जैसे महिलाओं का लक्ष्य निर्धारित करने में और निवेश विकल्पों के चुनाव में रुचि बढ़ रही है, वैसे-वैसे लोगों के पूर्वग्रह भी कम होते जा रहे हैं। आप पैसों को अपने लक्ष्यों को हासिल करने और भविष्य को सुरक्षित करने का एक जरिया समझिए। ऐसा करने से आप वो जिंदगी जी पाएंगी जिसका आपने सपना देखा था।

संवादपत्र

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