- Date : 08/08/2023
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Health Insurance: हेल्थ इंशोरेंस खरीदने जा रहे हैं तो इन पांच बातों का सबसे ज्यादा ध्यान रहे। इमरजेंसी की स्थिती में आपके पास इन बातों पर गौर करने का समय नहीं होगा।

Health Insurance: हेल्थ इंशोरेंस आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। आप कोई सेविंग करें या ना करें लेकिन हेल्थ इंशोरेंस लेना बहुत जरूरी है। बहुत से लोगों को कंपनी की तरफ से परिवार के लिए हेल्थ इंशोरेंस मिलता है। अगर आप भी उनमें से हैं तो उस हेल्थ इंशोरेंस के टर्म एंड कंडीशन को अच्छे से पढ़ लें। लगती से भी आपको या आपके परिवार में किसी की तबीयत खराब होती है और उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है तो आपकी जिंदगी भर की जमा पूंजी एक झटके में चली जाएगी। कई बार तो पेशेंट की जान बचाने के लिए महिलाओं को अपने जेवर तक बेचने पड़ जाते हैं। ऐसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए हेल्थ इंशोरेंस बहुत जरूरी चीज है। आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि हेल्थ इंशोरेंस खरीदते हुए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हेल्थ इंशोरेंस की व्यापक कवरेज
अपने और अपने परिवार के लिए हेल्थ इंशोरेंस लेते हुए सबसे पहले ये देखिए कि उसमें व्यापक कवरेज शामिल है या नहीं। व्यापक कवरेज से मतलब वो बीमारियां जो इन दिनों चल रही हैं। जैसे पिछले दिनों कोरोना आया था उसी तरह की किसी आपदा के लिए आपकी हेल्थ इंशोरेंस कंपनी तैयार है या नहीं। दूसरा कई कंपनियां फैमिली फ्लोटर प्लान देती हैं जैसे एक ही पॉलिसी में पूरा परिवार शामिल होता है। ऐसे प्लान आम तौर पर सस्ते पड़ते हैं। इस तरह के विकल्प जरूर देखें।
हेल्थ इंशोरेंस में मिलने वाली सुविधाएं
कई लोग हेल्थ इंशोरेंस करा लेते हैं लेकिन उन्हें पता ही नहीं होता कि इस पॉलिसी में कौन-कौन सी सुविधाएं दी जा रही है। जैसे आम तौर पर कई इंशोरेंस कंपनियां अस्पताल में प्राइवेट रूम की सुविधा देती है। अगर आपके प्लान में प्राइवेट सिंगल रूम का विकल्प शामिल है तो आप वार्ड में भर्ती होने की बजाय सिंगल रूम लें। दूसरा कई कंपनियां बीमार होने पर एंबुलेंस से लेकर डिस्चार्ज होने तक सभी तरह का खर्च उठाती हैं। इसके बारे में अपनी हेल्थ इंशोरेंस कंपनी से पता करें।
एक से दूसरी कंपनी की करें तुलना
अगर आप हेल्थ इंशोरेंस लेने जाते हैं तो कई कंपनियां आपको हेल्थ इंशोरेंस देने को तैयार रहेंगी। आपको चुनाव करना है कि कौन सी कंपनी कम से कम पैसे में कितनी ज्यादा सुविधा दे रही है। कंपनी का बैकग्राउंड और उसका क्लेम सैटलमेंट रेट जरूर देखें।
लाइफटाइम रिन्यू का विकल्प देने वाली कंपनी को दें प्राथमिकता
जो कंपनियां आपके हेल्थ इंशोरेंस को हर साल रिन्यू करने का विकल्प देती हैं उन कंपनियों के हेल्थ इंशोरेंस पॉलिसी को दें पहली प्राथमिकता। जाहिर है उम्र बढ़ने के साथ ही बीमारियां आती है और तभी अस्पताल में भर्ती होने की नौबत भी आती है।
आपके आसपास के अस्पतालों में मेडिकल कवरेज
कई हेल्थ इंशोरेंस कंपनिया ऐसी होती है जिनका किसी अस्पताल से टाइअप नहीं होता। आप सबसे पहले ये पता कर लें कि आपके आसपास कौन से अस्पताल हैं जिनका आपकी इंशोरेंस कंपनी से टाइअप है। इमरजेंसी की स्थिति में आपके पास इतना समय नहीं होगा कि आप ये पता कर सकें।
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