- Date : 30/07/2023
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Rohan Murty: रोहन मूर्ति सोरोको नामक सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन कंपनी के फाउंडर हैं और साथ ही मूर्ति क्लासिकल लाइब्रेरी की भी उन्होंने स्थापना की है।

Rohan Murty: रोहन मूर्ति नाम के पीछे भारत और ब्रिटेन के बड़े कारोबारी और राजनेताओं की बड़ी पहचान है, लेकिन 40 साल के इस शख्स ने खुद की बदौलत इतनी बड़ी पहचान बनाई है कि इससे और लोग इंस्पायर होंगे। जी हां, इन्फोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति और लेखिका सुधा मूर्ति के बेटे रोहन मूर्ति सोरोको नामक कंपनी के संस्थापक होने के साथ ही हार्वर्ड सोसाइटी ऑफ फेलॉज के जूनियर फेलो भी हैं। रोहन ने मूर्ति क्लासिक लाइब्रेरी की भी स्थापना की है। रोहन के बहनोई ऋषि सुनकर यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री हैं।
इन्फोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति इन दिनों सुर्खियों में हैं। सुधा और उनके पति नारायण मूर्ति बिलियनेयर होने के बावजूद सादा जीवन, उच्च विचार और मानवता के कल्याण वास्ते अनेक सुधारवादी प्रयासों के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि उनके बच्चे भी जमीन से जुड़े हुए हैं और पैर जमीन पर रखे हुए कड़ी मेहनत से सफलता की इतनी ज्यादा ऊंचाई तक पहुंचे हैं, जिसके लोग सपने भी नहीं देख पाते हैं। रोहन को प्रतिष्ठित मैगजीन ने ‘40 अंडर 40’ सबसे प्रतिभाशाली लोगों की सूची में रखा है।
अपने पिता नारायण मूर्ति की विरासत को आगे बढ़ाते हुए रोहन मूर्ति ने प्रोग्रामिंग के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन कंपनी सोरोको की स्थापना की। इससे पहले रोहन ने बेंगलुरु स्थित बिशप कॉटन बॉय स्कूल से शुरुआती पढ़ाई करने के बाद कॉरनेल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की डिग्री हासिल की। इसके बाद रोहन मूर्ति ने प्रतिष्ठित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस से पीएचडी की। डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने के बाद रोहन मूर्ति ने साल 2014 में सोरोको की स्थापना की। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये ऑटोमेशन की मदद से रोहन ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की। रोहन अपने सोरोको स्टार्टअप के चीफ टेक्निकल ऑफिसर हैं।