- Date : 24/08/2023
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Food Inflation: देश में इन दिनों खाने-पीने की चीजों में जबर्रदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक अगले महीने से सब्जियों के दाम कम हो जाएंगे।

Food Inflation: देश में इन दिनों जबर्रदस्त महंगाई चल रही है। खाने-पीने के सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं। पहले टमाटर और अब प्याज की कीमतों में तेजी की खबर से लोग परेशान हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक सितंबर में महंगाई कम होने की उम्मीद है। उनके मुताबिक सिंतबर से खुदरा महंगाई कम होने की उम्मीद है। शक्तिकांत दास के मुताबिक जुलाई में खुदरा मुद्रास्फिती 7.44 प्रतिशत थी जो कम होने की उम्मीद है। वित्त मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक सरकार को उम्मीद है कि बाजार में नई फसलों के आगमन के साथ ही सब्जियों की कीमतें कम होने लगेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि लेकिन कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें चिंता का विषय है। कच्चे तेल की कीमत अभी 90 डॉलर प्रति बैरल है।
महंगाई की दूसरी वजह मॉनसून का कमजोर रहना भी है। इस साल करीब 6 फीसदी बारिश कम हुई है जिससे खरीफ की फसल की बुआई पर असर पड़ा है। जाहिर है फसल का सीधा असर महंगाई पर पड़ता है जो फिलहाल देखने को मिल रहा है। हालांकि सरकार मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठा रही है। इसमें स्टॉक से गेहूं और चावल के स्टॉक निकालने के अलावा चावल, चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना और दालों और तिलहनों के आयात की अनुमति देना शामिल है।
हाल ही में टमाटर की फसल प्रभावित होने की वजह से देशभर में टमाटर के दाम आसमान छूने लगे थे। इसे काबू करने के लिए सरकार ने जहां एक तरफ सस्ते टमाटर बेचने शुरू किए वहीं दूसरी तरह नेपाल से टमाटर का आयात करना शुरू कर दिया। ऐसा ही कुछ अब प्याज के साथ किया जा रहा है।
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