- Date : 23/08/2023
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Hallmark Jewellery: देश के 17 राज्यों के 56 जिलों में हॉलमार्क ज्वेलरी अनिवार्य होने वाली है। देश में फिलहाल 288 जिलों में हॉलमार्क ज्वेलरी मिल रही है।

Hallmark Jewellery: देश के 17 राज्यों के 56 जिलों में हॉलमार्क ज्यूलरी अनिवार्य हो सकती है। उपभोक्ता मामलों के विभाग (DoCA) और भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की तरफ से इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। फिलहाल देश में 288 ऐसे जिले हैं जहां सिर्फ हॉलमार्क वाली ज्यूलरी ही बेची जाती है। हॉलमार्क का मतलब है सोने और चांदी की शुद्धता की गारंटी। भारतीय मानक ब्यूरो के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी के मुताबिक सोने की शुद्धता की जांच के लिए एक मानक का होना बहुत जरूरी है।
गोल्ड इंपोर्ट करने वाले व्यापारी, हॉलमार्किंग केंद्र (एएचसी) एसोसिएशन और ज्वैलर्स एसोसिएशन इस सलाहकार समूह का हिस्सा हैं। बीआईएस के मुताबिक हॉलमार्क से सोने के आभूषणों की शुद्धता सुनिश्चित करने और नकली सोने की पहचान करने में मदद मिलेगी। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने मार्च में घोषणा की थी कि 31 मार्च 2023 के बाद जिन सोने के आभूषणों पर 6 अंकों का एचयूआईडी नंबर की हॉलमार्क नहीं होगा उसे बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
गौरतलब है कि सोना एक ऐसी धातू है जो काफी महंगी है। भारत में खास तौर पर महिलाएं सोने के गहनों के प्रति आकर्षित रहती हैं। यही वजह है कि सोने में काफी धांधली भी होती है। सोने की खरीद में किसी के साथ धोखा ना हो जाए इसलिए हालमार्क वाला सोना खरीदने की सलाह दी जाती है।
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