- Date : 14/09/2023
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Jet Airways Case: मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप झेल रहे जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश अग्रवाल को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

Jet Airways Case: एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को 538 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोर्ट से नरेश गोयल की कोई और रिमांड नहीं मांगी जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। नरेश गोयल को 1 सितंबर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गोयल को गिरफ्तार किया था। 74 साल के नरेश गोयल ईडी की रिमांड पर थे जहां ईडी ने उनसे विस्तृत पूछताछ की थी। आज उनकी रिमांड खत्म हो रही थी जिसके बाद उनकी कोर्ट में पेशी कई गई।
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गौरतलब है कि 78 साल के नरेश गोयल पर कथित तौर पर 538 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। नरेश गोयल पर आरोप है कि उन्होंने अलग-अलग ट्रस्ट बनाकर भारत से विदेशों में पैसों की हेराफेरी की और उनका इस्तेमाल संपत्ति खरीदने के लिए किया गया। जांच एजेंसी के मुताबिक गोयल ने केनरा बैंक से 538 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की।
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केनरा बैंक में कथित 538 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में जेट एयरवेज, नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता गोयल और कंपनी के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने जांच की थी। केनरा बैंक ने नरेश गोयल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड को 848.86 करोड़ रुपये का क्रेडिट लिमिट दिया था जिसमें से 538.62 करोड़ बकाया है।
इन आरोपों पर नरेश गोयल के वकील अब्बाद पोंडा, अमित देसाई और अमित नाइक का कहना है कि गोयल ने अपने या अपने परिवार के नाम पर कोई लोन नहीं लिया था। देसाई ने तर्क दिया कि 2011 से पहले लिए गए बैंक लोन की एक बड़ी राशि का इस्तेमाल सहारा एयरलाइंस के अधिग्रहण के लिए किया गया था। उनका कहना है कि एविएशन सेक्टर बैंकों से मिलने वाली फंडिंग के आधार पर चलता है और इनको मनी लॉन्ड्रिंग नहीं कहा जा सकता।