- Date : 21/08/2023
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Rice Price Increase: देश में इन दिनों खाने-पीने की चीजें लगातार महंगी होती जा रही है। इस कड़ी में अब चावल भी जुड़ गया है। पिछले कुछ दिनों में चावल की कीमतों में 15 से 20 प्रतिशत की तेजी आई है।

Rice Price Increase: देश में इन दिनों खाने-पीने के सामान की कीमत आसमान छू रही है। टमाटर, प्याज और दालों के बाद अब चावल की कीमतों में तेजी से वृद्धि हो रही है। कर्नाटक में एक महीने के भीतर चावल का दाम 15 से 20 प्रतिशत तक महंगा हो गया है। कृषि अधिकारी इसके लिए कम बारिश को जिम्मेदार मान रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक यशवंतपुर एपीएमसी में चावल के अलग-अलग किस्मों में वृद्धि हुई है। सोना मसूरी जो जून में 45 से 48 रुपये किलो था वो बढ़कर 55 से 60 रुपये किलो हो गया है।
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इडली-डोसा के लिए इस्तेमाल होने वाला चावल जो पहले 28 से 30 रुपये किलो था अब वो बढ़कर 35 रुपये किलो हो गया है। आम तौर पर उबालकर खाए जाने वाला चावल जो पहले 38 रुपये किलो मिलता था वो अब 45 से 50 रुपये किलो हो गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में भारी मानसून ने फसल पर प्रतिकूल प्रभाव डाला, जबकि 2023 में कम बारिश के कारण पूरे कर्नाटक में बुआई में 40% की गिरावट आई है। माना जा रहा है कि आने वाले दस दिन मौसम के लिहाज से काफ महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि अगर ये दस दिन बारिश नहीं हुई तो चावल के दाम और ज्यादा बढ़ सकते हैं।
गौरतलब है कि सिर्फ 1 किलो धान की खेती के लिए 2,500 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। किसान इस बार बारिश की कमी के चलते परेशन हैं। खास तौर पर मैसूरु, मांड्या, हसन और चामराजनगर जैसे क्षेत्रों में किसान पानी की सख्त कमी से जूझ रहे हैं।
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